Extra Question Answer for Chapter 2 तीन बुद्धिमान Class 6 Hindi NCERT मल्हार
Extra Question Answer for Chapter 2 तीन बुद्धिमान Class 7
We have included all types of important questions for Chapter 2 तीन बुद्धिमान class 7 hindi which could be asked in the examination. By studying these important questions which has been taken from the prescribed NCERT Hindi textbook Malhar for Class 7. Types of important questions included are True/False, MCQ, Very Short Answer Questions (VSAQ), Short Answer Questions (SAQ), Long Answer Questions (LAQ) and Paragraph Based Questions.
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
प्रश्न 1. निर्धन व्यक्ति के कितने बेटे थे?
(a) एक
(b) दो
(c) तीन
(d) चार
उत्तर
(c) तीन
प्रश्न 2. पिता ने अपने बेटों को क्या सलाह दी थी?
a) सोने-चाँदी जमा करो
b) हर वस्तु और स्थिति को समझो
c) पैसे कमाओ
d) खुद पर भरोसा रखो
उत्तर
(b) हर वस्तु और स्थिति को समझो
• पिता ने कहा कि बेटों को पैनी दृष्टि और तीव्र बुद्धि से हर चीज को समझना चाहिए।
प्रश्न 3. पिता की मृत्यु के बाद बेटों ने क्या करने का निर्णय लिया?
(a) व्यापार करने का
(b) नौकरी ढूंढ़ने का
(c) किताबें पढ़ने का
(d) यात्रा पर निकलने का
उत्तर
(d) पिता की मृत्यु के बाद बेटों ने यात्रा पर निकलने का निर्णय लिया।
प्रश्न 4. यात्रा के दौरान भाई कितने दिन तक चलते रहे?
(a) चालीस दिन
(b) तीस दिन
(c) बीस दिन
(d) पचास दिन
उत्तर
(a) चालीस दिन
प्रश्न 5. सबसे बड़े भाई ने सबसे पहले क्या देखा था?
(a) ऊँट का निशान
(b) घुड़सवार
(c) घोड़े के पदचिन्ह
(d) हाथी के निशान
उत्तर
(a) ऊँट का निशान
• सबसे बड़े भाई ने सबसे पहले ऊँट का निशान देखा।
प्रश्न 6. नगर के पास पहुँचकर सबसे बड़े भाई ने क्या अनुमान लगाया?
(a) ऊँट खो गया है
(b) एक ऊँट यहाँ से गया है
(c) ऊँट पर कोई व्यक्ति था
(d) ऊँट बीमार था
उत्तर
(b) एक ऊँट यहाँ से गया है
प्रश्न 7. मझले भाई ने ऊँट के बारे में क्या अनुमान लगाया?
(a) ऊँट बूढ़ा था
(b) ऊँट बहुत तेज दौड़ा
(c) ऊँट दोपहर में चला गया
(d) ऊँट एक आँख से नहीं देख पाता
उत्तर
(d) ऊँट एक आँख से नहीं देख पाता
प्रश्न 8. राजा ने सच्चाई की परीक्षा के लिए क्या मँगवाया?
(a) किताब
(b) अनाज की बोरी
(c) पेटी
(d) तराजू
उत्तर
(c) पेटी
प्रश्न 9. सबसे छोटे भाई ने ऊँट पर किसके सवार होने का अनुमान लगाया?
(a) एक महिला और एक बच्चा
(b) दो पुरुष
(c) ऊँट का मालिक
(d) अकेला बच्चा
उत्तर
(a) एक महिला और एक बच्चा
प्रश्न 10. सबसे बड़े भाई ने पेटी में क्या होने का अनुमान लगाया?
(a) मिट्टी
(b) छोटी-सी गोल वस्तु
(c) पानी
(d) फूल
उत्तर
(b) छोटी-सी गोल वस्तु
प्रश्न 11. मझले भाई ने क्या कहा? पेटी में क्या है?
(a) सेब
(b) आम
(c) अनार
(d) संतरा
उत्तर
(c) अनार
प्रश्न 12. सबसे छोटे भाई ने अनार के बारे में क्या बताया?
(a) पका हुआ है
(b) सड़ा हुआ है
(c) सूखा हुआ है
(d) कच्चा है
उत्तर
(d) कच्चा है
प्रश्न 13. सबसे बड़े भाई ने कैसे अनुमान लगाया कि वस्तु हल्की है?
(a) वजन तौला
(b) उसने उठा कर देखा
(c) उठाने के तरीके से
(d) अन्य ने बताया
उत्तर
(c) उठाने के तरीके से
प्रश्न 14. राजा ने तीनों भाइयों की बुद्धि के बारे में क्या कहा?
(a) वे बहुत अच्छे व्यापारी हैं
(b) वे बहुत गरीब हैं
(c) वे बहुत बुद्धिमान हैं
(d) वे अच्छे सैनिक हैं
उत्तर
(c) वे बहुत बुद्धिमान हैं
• राजा ने उनकी पैनी दृष्टि और बुद्धि की प्रशंसा की और उन्हें दरबार में रख लिया।
प्रश्न 15. राजा ने भाइयों की किस बात की प्रशंसा की?
(a) धन
(b) बल
(c) बुद्धि और दृष्टि
(d) गायन
उत्तर
(c) बुद्धि और दृष्टि
रिक्त स्थान भरें
1. पिता ने बेटों से कहा, “तुम्हारे पास _______ दृष्टि होगी और सोने-चाँदी के स्थान पर _______ होगी।”
उत्तर
पैनी, तीव्र बुद्धि
• पिता ने अपने बेटों को सलाह दी कि उन्हें पैनी दृष्टि और तीव्र बुद्धि हासिल करनी चाहिए।
2. बेटों ने यात्रा पर जाने से पहले _______ किया।
उत्तर
निर्णय
• बेटों ने आपस में चर्चा की और फिर यात्रा पर जाने का निर्णय लिया।
3. सबसे छोटे भाई ने ऊँट के बारे में कहा कि ऊँट पर एक _________ और एक बच्चा सवार थे।
उत्तर
महिला
• सबसे छोटे भाई ने देखा था कि ऊँट पर एक महिला और एक बच्चा सवार थे।
4. राजा ने सबसे छोटे भाई से पूछा, "तुम्हें कैसे पता चला कि _______ कच्चा है?"
उत्तर
अनार
• राजा ने यह पूछा कि छोटे भाई को कैसे पता चला कि अनार कच्चा है।
5. तीनों भाइयों ने राजा से कहा, “हमने _______ को देखा तक नहीं।”
उत्तर
ऊँट
• तीनों भाइयों ने राजा से कहा कि उन्होंने ऊँट को देखा तक नहीं।
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. निर्धन व्यक्ति ने तीनों बेटों से क्या कहा ?
उत्तर
निर्धन व्यक्ति ने अपने तीनों बेटों से कहा कि- मेरे पास न रुपया है, न पैसा है, न सोना है, न चाँदी है । इसलिए तुम्हें एक दूसरे प्रकार का धन इकट्ठा करना है।
प्रश्न 2. पिता ने बेटों से किस प्रकार का धन संचित करने की सलाह दी?
उत्तर
पिता ने बेटों को पैनी दृष्टि और तीव्र बुद्धि संचित करने की सलाह दी।
प्रश्न 3. बड़े भाई ने घुड़सवार से क्या पूछा?
उत्तर
बड़े भाई ने घुड़सवार से पूछा – ” क्या तुम्हारा बहुत बड़ा ऊँट खो गया है?”
प्रश्न 4. घुड़सवार से छोटे भाई ने क्या पूछा?
उत्तर
घुड़सवार से छोटे भाई ने पूछा – ” क्या उस ऊँट पर किसी छोटे बच्चे के साथ महिला भी सवार थी ?”
प्रश्न 5. घुड़सवार क्या सुनने को तैयार नहीं था?
उत्तर
घुड़सवार यह सुनने को तैयार नहीं था कि- “हमने तो तुम्हारे ऊँट को देखा तक नहीं।”
प्रश्न 6. सबसे बड़े भाई ने ऊँट के बारे में क्या जानकारी दी?
उत्तर
उसने बताया कि ऊँट बहुत बड़ा था और एक आँख से नहीं देख सकता था।
प्रश्न 7. भाईयों को क्या संकेत मिला कि ऊँट पर महिला और बच्चा सवार थे?
उत्तर
छोटे भाई ने देखा कि ऊँट के पास महिला के जूतों के निशान और छोटे पैरों के निशान थे।
प्रश्न 8. तीनों भाइयों ने ऊँट के बारे में बिना देखे ही कैसे सब कुछ बताया?
उत्तर
उन्होंने धूल के निशान, घास की स्थिति, और पैरों के चिह्नों से अनुमान लगाया कि ऊँट बड़ा था, एक आँख से नहीं देखता, और उस पर महिला व बच्चा सवार थे।
प्रश्न 9. राजा ने पेटी में क्या देखा?
उत्त
राजा ने पेटी में कच्चा अनार देखा।
प्रश्न 10. जब राजा ने पेटी में क्या देखा, तो वह क्यों चकित हो गया?
उत्तर
राजा ने पेटी में कच्चा अनार देखा, जिसे भाइयों ने बिना देखे सही बताया, इसलिए वह चकित हो गया।
प्रश्न 11. राजा ने किस कारण से तीनों भाइयों को बुद्धिमान माना?
उत्तर
राजा ने उन्हें बुद्धिमान माना क्योंकि उन्होंने ऊँट के बारे में बिना देखे ही सब कुछ सही-सही बताया।
प्रश्न 12. ऊँट के मालिक ने क्यों कहा कि तीनों भाई चोर हैं?
उत्तर
ऊँट के मालिक ने यह कहा क्योंकि भाइयों ने ऊँट के बारे में सही जानकारी दी थी।
प्रश्न 13. राजा ने क्या निर्णय लिया?
उत्तर
राजा ने यह निर्णय लिया कि तीनों भाईयों को उनकी बुद्धिमत्ता के कारण दरबार में रखा जाएगा।
प्रश्न 14. राजा ने यह कैसे जाना कि तीनों भाई सच कह रहे थे?
उत्तर
राजा ने पेटी में कच्चा अनार देखकर और तीनों भाईयों द्वारा बताए गए चिह्नों का मिलान करके यह जाना कि वे सच कह रहे थे।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. निर्धन पिता ने अपने बेटों को क्या शिक्षा दी?
उत्तर
निर्धन पिता अपने बेटों को धन-संपत्ति तो नहीं दे सका, लेकिन उसने उन्हें एक महत्वपूर्ण बात सिखाई। उसने कहा कि असली धन बुद्धि और सूझ-बूझ होती है। उसने अपने बेटों को यह सलाह दी कि वे जीवन में ऐसे ज्ञान को अर्जित करें जिससे संकट के समय उनका सहारा बन सके। यही कारण था कि तीनों भाइयों ने बचपन से ही अपनी बुद्धि और दृष्टि को तेज करने का अभ्यास किया।
प्रश्न 2. तीनों भाइयों ने यात्रा पर क्यों निकलने का निर्णय लिया?
उत्तर
जब उनके पिता की मृत्यु हो गई, तो भाइयों ने सोचा कि अब उन्हें अपने ज्ञान और बुद्धि को व्यवहार में लाना चाहिए। इसलिए वे तीनों भाई यह तय करते हैं कि वे किसी नगर की ओर जाएँगे और अपनी बुद्धिमत्ता के बल पर पहचान बनाएँगे। इसीलिए उन्होंने यात्रा पर निकलने का निर्णय लिया।
प्रश्न 3. तीनों भाइयों को यात्रा के दौरान क्या-क्या परेशानियाँ उठानी पड़ीं?
उत्तर
तीनों भाई सुनसान घाटियों और ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों को पार करते हुए लगातार चालीस दिन तक लगातार चलते रहे। खाने-पीने का जो भी सामान था वह समाप्त हो गया और वे थककर चूर भी हो गए। उनके पैरों में छाले भी पड़ गए और सड़क समाप्त होने का नाम भी नहीं ले रही थी। अंत में उन्हें सामने कुछ वृक्ष और मकान दिखाई पड़े और वे नगर के पास पहुँच गए।
प्रश्न 4. भाइयों ने ऊँट के बारे में क्या अनुमान लगाया?
उत्तर
यात्रा के दौरान तीनों भाइयों को रास्ते में कुछ निशान दिखाई दिए। सबसे बड़े भाई ने कहा कि यहाँ से एक ऊँट गया है। मंझले भाई ने अनुमान लगाया कि ऊँट एक आँख से नहीं देखता था। सबसे छोटे भाई ने कहा कि ऊँट के ऊपर एक स्त्री और एक छोटा बच्चा सवार था। यह सारी बातें उन्होंने केवल जमीन के निशानों और अपने सूझ-बूझ से पता लगाई थीं।
प्रश्न 5. ऊँट का मालिक भाइयों पर क्या आरोप लगाता है?
उत्तर
ऊँट का मालिक जब भाइयों से मिलता है तो वह बहुत क्रोधित हो जाता है। वह कहता है कि उन्होंने उसका ऊँट चुरा लिया है और ऊँट पर सवार उसकी पत्नी और बच्चे को भी मार डाला है। उसने भाइयों से पूछा कि उन्होंने ऊँट को कहाँ छिपा दिया है। जब भाइयों ने कहा कि उन्होंने ऊँट देखा भी नहीं, तब भी ऊँट का मालिक उनका विश्वास नहीं करता और उन्हें राजा के पास ले जाता है।
प्रश्न 6. ऊँट का मालिक बाद में क्या करता है?
उत्तर
ऊँट का मालिक जब राजा के पास तीनों भाइयों को लेकर जाता है और राजा उनकी बुद्धिमत्ता की परीक्षा लेता है, तो उसे भी यह समझ में आ जाता है कि ये लोग चोर नहीं हैं। जब राजा ने उन्हें निर्दोष घोषित किया और दरबार में रखा, तो ऊँट का मालिक भी चुप हो गया। संभव है कि उसे अपने आरोपों पर पछतावा हुआ हो, लेकिन कहानी में वह चुप ही रहता है।
प्रश्न 7. शंका होने पर तीनों भाइयों ने घुड़सवार से क्या कहा ?
उत्तर
हम तीनों भाई अपनी आँखों और बुद्धि से काम लेना जानते हैं। जिधर मैं कहता हूँ उधर घोड़ा दौड़ाओ तो, तुम्हारा ऊँट अवश्य मिल जाएगा। मगर घुड़सवार कुछ सुनने को तैयार नहीं था। उसने अपनी तलवार निकाल ली और लहराते हुए तीनों भाइयों को आगे-आगे चलने का आदेश दिया और उस क्षेत्र के राजा के राजभवन में ले गया। उन्हें सुरक्षाकर्मियों को सौंपकर स्वयं राजा के पास चला गया।
प्रश्न 8. राजा ने बुद्धि की परीक्षा क्यों ली?
उत्तर
जब भाइयों ने ऊँट और उसमें सवार लोगों के बारे में इतनी सटीक बातें बताईं, तो राजा को विश्वास नहीं हुआ। उसने सोचा कि अगर ये बातें सच हैं, तो यह केवल बहुत गहरी बुद्धि और अनुभव से ही संभव है। इसलिए वह खुद यह जानना चाहता था कि ये बातें इन्होंने कैसे जानीं। यही कारण था कि उसने उनकी बुद्धि की परीक्षा लेने के लिए उन्हें बिना खोले पेटी में रखी वस्तु का अनुमान लगाने को कहा।
प्रश्न 9. राजा ने जब पेटी खोली तो उसमें क्या निकला?
उत्तर
राजा ने जब सेवक से पेटी खुलवाई तो उसमें एक कच्चा अनार निकला। यह देखकर राजा बहुत चकित हुआ, क्योंकि तीनों भाइयों ने न तो पेटी को छुआ था और न ही खोला था, फिर भी उन्होंने बिल्कुल सही उत्तर दिया था। यह देखकर राजा को भाइयों की बुद्धि पर विश्वास हो गया और उसने माना कि वे निर्दोष हैं और वास्तव में बहुत होशियार हैं।
प्रश्न 10. राजा भाइयों पर क्या निर्णय सुनाता है?
उत्तर
जब राजा को ऊँट के मालिक की बात पता चलती है, तो वह भी पहले भाइयों पर संदेह करता है। उसे लगता है कि जो लोग ऊँट और उसके सवारों के बारे में इतनी जानकारी दे सकते हैं, वे झूठ नहीं बोल रहे। इसलिए राजा पहले उन्हें चोर मान लेता है और उन्हें बंदी बना लेता है। लेकिन जब भाइयों ने अपनी बातों का तर्क समझाया, तब राजा ने उनकी परीक्षा लेने का निश्चय किया।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. रास्ते में घुड़सवार के मिलने पर तीनों भाइयों ने क्या-क्या पूछा?
उत्तर
पहले भाई ने घुड़सवार से पूछा कि क्या वह किसी की खोई हुई वस्तु को ढूँढ़ रहा है। इसपर घुड़सवार ने उसे हाँ में उत्तर दिया। इसके बाद उसने फिर से पूछा कि क्या उसका ऊँट खो गया है? जिसका उत्तर भी घुड़सवार ने हाँ में दिया। दूसरे भाई ने घुड़सवार पूछा कि क्या उसका ऊँट एक आँख से नहीं देख पाता है? उसने कहा-“हाँ"।
तीसरे छोटे भाई ने पूछा कि क्या उसके ऊँट पर एक छोटे बच्चे के साथ महिला भी सवार थी जिसपर उसने हाँ में उत्तर दिया। सारी जानकारी सही होने पर घुड़सवार को उन तीनों भाइयों पर शक हुआ और उसने सोचा कि उसकी ऊँट इन्हीं लोगों के पास है।
प्रश्न 2. धमकाने के बाद सच्चाई जानने के लिए राजा ने क्या किया?
उत्तर
राजा ने सच्चाई जानने के लिए उसी समय अपने मंत्री को बुलाया और कान में फुसफुसाकर कुछ कहा। मंत्री तुरंत बाहर जाकर दो सेवकों के साथ एक बहुत बड़ी पेटी लेकर आया और दरवाजे के पास ऐसा रख दिया कि राजा उसे देख सकें।
राजा ने उन तीनों भाइयों को चोर कहा और उनसे पूछा कि वो बताये की इस पेटी में क्या है। इसपर बड़े भाई ने कि वो लोग चोर नहीं हैं मगर पेटी में कोई गोल वस्तु है। मझला भाई ने बोला कि पेटी में अनार है और सबसे छोटा भाई ने बताया कि अनार अभी कच्चा है। पेटी खोलते ही सारी बातें सच निकली और राजा चकित हो गया।
प्रश्न 3. तीनों भाइयों के निर्दोष होने पर राजा ने ऊँट के बारे में सच्चाई क्यों जाननी चाही?
उत्तर
बड़े भाई ने कहा कि धूल पर ऊँट के पैरों के निशान से उसे पता चला कि इस रास्ते से ऊँट गया है। मझले ने कहा कि सड़क के दायीं ओर की घास चरने और सड़क की बायीं ओर की घास ज्यों की त्यों होने से उसने अनुमान लगाया था कि ऊँट की एक आँख खराब है। सबसे छोटे भाई ने कहा कि ऊँट के घुटने टेककर बैठने के स्थान पर निशान तथा महिला के जूते व छोटे पैरों के भी निशान थे, इससे पता चल गया कि महिला के साथ कोई बच्चा भी था।
चूँकि समस्या घुड़सवार के ऊँट के चोरी की थी इसलिए राजा ने ऊँट की ही सच्चाई जाननी चाही।
गद्यांश आधारित प्रश्न
पद 1
एक समय की बात है कि एक निर्धन व्यक्ति के तीन बेटे थे। वह प्राय: अपने बेटों से कहता- “मेरे बेटो ! हमारे पास न तो रुपया-पैसा है और न ही सोना-चाँदी। इसलिए तुम्हें एक दूसरे प्रकार का धन संचित करना चाहिए— हर वस्तु और स्थिति को पूर्णत: समझने और जानने का प्रयास करो। कुछ भी तुम्हारी दृष्टि से न बच पाए। रुपये-पैसे के स्थान पर तुम्हारे पास पैनी दृष्टि होगी और सोने-चाँदी के स्थान पर तीव्र बुद्धि होगी। ऐसा धन संचित कर लेने पर तुम्हें कभी किसी प्रकार की कमी न रहेगी और तुम दूसरों की तुलना में उन्नीस नहीं रहोगे।”
समय बीता और कुछ समय पश्चात् पिता चल बसे। बेटे मिलकर बैठे, उन्होंने सारी स्थिति पर विचार किया और फिर बोले— “हमारे लिए यहाँ कुछ भी तो करने को नहीं। आओ, घूम फिरकर जगत देखें । आवश्यकता होने पर हम चरवाहों या खेत में श्रमिकों का काम कर लेंगे। हम कहीं भी क्यों न हों, भूखे नहीं मरेंगे।”
अंततः वे तैयार होकर यात्रा पर चल दिए।
प्रश्न
1. निर्धन पिता ने अपने बेटों को कौन-सा धन संचित करने की सलाह दी?
2. पिता के अनुसार कौन-सी चीज़ मनुष्य को दूसरों से उन्नत बनाती है?
3. पिता की मृत्यु के बाद बेटों ने क्या निर्णय लिया?
4. निर्धन पिता द्वारा दी गयी शिक्षा का उद्देश्य क्या था?
उत्तर
1. निर्धन पिता ने अपने बेटों को धन के रूप में पैनी दृष्टि और तीव्र बुद्धि संचित करने की सलाह दी।
2. पिता के अनुसार बौद्धिक संपत्ति मनुष्य को दूसरों से उन्नत बनाती है।
3. पिता की मृत्यु के बाद बेटों ने यात्रा पर जाने का निर्णय लिया।
4. निर्धन पिता द्वारा दी गयी शिक्षा का उद्देश्य था कि बेटे हर वस्तु और परिस्थिति को पूरी तरह समझ सकें और अपने विवेक से जीवन में आगे बढ़ें। यही शिक्षा उनके लिए असली पूँजी बन सकती थी।
पद 2
समय बीता और कुछ समय पश्चात् पिता चल बसे। बेटे मिलकर बैठे, उन्होंने सारी स्थिति पर विचार किया और फिर बोले-"हमारे लिए यहाँ कुछ भी तो करने को नहीं । आओ, घूम फिरकर जगत देखें । आवश्यकता होने पर हम चरवाहों या खेत में श्रमिकों का काम कर लेंगे। हम कहीं भी क्यों न हों, भूखे नहीं मरेंगे।"
अंततः वे तैयार होकर यात्रा पर चल दिए ।
उन्होंने सुनसान-वीरान घाटियाँ लाँघीं और ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों को पार किया। इस तरह वे लगातार चालीस दिनों तक चलते रहे।
प्रश्न
1. कुछ समय पश्चात् पिताजी कहाँ चल दिए ?
2. तीनों भाइयों ने क्या विचार किया?
3. आवश्यकता पड़ने पर तीनों भाई क्या करेंगे?
4. तीनो भाइयों ने रास्ते में क्या क्या पार किया?
उत्तर
1. कुछ समय पश्चात् पिताजी स्वर्ग सिधार गए।
2. तीनों भाइयों ने यात्रा पर जाने का विचार किया।
3. आवश्यकता पड़ने पर तीनों भाई चरवाहे या खेतों में श्रमिक का काम कर लेंगे।
4. तीनो भाइयों ने सुनसान-वीरान घाटियाँ और ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों को पार किया।
पद 3
“मैं अपने रेवड़ों को पहाड़ों पर लिए जा रहा था”, उसने कहा, “और मेरी पत्नी मेरे छोटे-से बेटे के साथ एक बड़े-से ऊँट पर मेरे पीछे-पीछे आ रही थी। किसी कारण उनका ऊँट पीछे रह गया और वे रास्ते से भटक गए। मैं उन्हें ढूँढने गया तो मुझे रास्ते में तीन व्यक्ति मिले जो पैदल चले जा रहे थे। मुझे पूरा विश्वास है कि उन्होंने मेरा ऊँट चुराया है और मेरी पत्नी तथा बेटे को मार डाला है।”
“तुम ऐसा क्यों समझते हो?” जब वह व्यक्ति अपनी बात कह चुका तो राजा ने पूछा।
“इसलिए कि मैंने उन लोगों से इस संबंध में एक भी शब्द नहीं कहा था फिर भी उन्होंने मुझे यह बताया कि ऊँट बहुत बड़ा था और एक आँख से नहीं देख पाता था तथा उस पर एक महिला बच्चे के साथ सवार थी ।”
प्रश्न
1. घुड़सवार अपने रेवड़ों को कहाँ लिए जा रहा था?
2. रास्ते से घुड़सवार का कौन भटक गया था?
3. रास्ते में घुड़सवार को कौन मिले थे ?
4. तीनों लोगों ने घुड़सवार को क्या बताया?
उत्तर
1. घुड़सवार अपने रेवड़ों को पहाड़ों पर लिए जा रहा था।
2. रास्ते में घुड़सवार की पत्नी और छोटे बेटे ऊँट पर बैठे हुए खो गए थे।
3. रास्ते में घुड़सवार को पैदल जाते हुए तीन व्यक्ति मिले थे।
4. तीनों लोगों ने घुड़सवार को क्या बताया कि ऊँट बहुत बड़ा था और एक आँख से नहीं देख पाता था तथा उस पर एक महिला बच्चे के साथ सवार थी ।
पद 4
राजा ने उसी समय अपने मंत्री को बुलाया और उसके कान में कुछ फुसफुसाया। मंत्री तुरंत महल के बाहर चला गया। लेकिन शीघ्र ही वह दो सेवकों के साथ लौटा जो एक बहुत बड़ी-सी पेटी लाए थे। दोनों ने पेटी को बहुत सावधानी से द्वार के पास ऐसे रख दिया कि वह राजा को दिखाई दे सके और स्वयं एक ओर हट गए। तीनों भाई दूर से खड़े उन्हें देखते रहे। उन्होंने इस बात ध्यान से देखा कि पेटी कहाँ से और कैसे लाई गई थी और किस ढंग से रखी गई थी।
“हाँ, तो चोरों, हमें बताओ कि उस पेटी में क्या है?” राजा ने कहा ।
“महाराज, हम तो पहले ही यह विनती कर चुके हैं कि हम चोर नहीं हैं”, सबसे बड़े भाई ने कहा। “पर यदि आप चाहते हैं तो मैं आपको यह बता सकता हूँ कि उस पेटी में क्या है। उसमें कोई छोटी-सी गोल वस्तु है।”
“उसमें अनार है”, मझला भाई बोला ।
“हाँ, और वह अभी कच्चा है”, सबसे छोटे भाई ने कहा ।
यह सुनकर राजा ने पेटी को पास लाने का आदेश दिया। सेवकों ने तुरंत आदेश पूरा किया। राजा ने सेवकों से पेटी खोलने के लिए कहा। पेटी खुल जाने पर उसने उसमें झाँका। जब उसे उसमें कच्चा अनार दिखाई दिया तो उसके आश्चर्य की कोई सीमा न रही।
आश्चर्यचकित राजा ने अनार निकालकर वहाँ उपस्थित सभी लोगों को दिखाया। तब उसने ऊँट के मालिक से कहा-
“इन लोगों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ये चोर नहीं हैं। वास्तव में ये बहुत ही बुद्धिमान लोग हैं। तुम इनके बताए रास्ते पर जाकर अपने ऊँट को खोजो।”
1. राजा ने सबसे पहले क्या किया?
2. राजा ने अंत में ऊँट के मालिक से क्या कहा?
3. तीनों भाइयों ने पेटी के विषय में क्या कहा?
4. राजा का भाइयों की बुद्धिमत्ता पर क्या प्रतिक्रिया थी?
उत्तर
1. राजा ने सबसे पहले अपने मंत्री को बुलाया और उसके कान में कुछ कहा। थोड़ी देर बाद मंत्री दो सेवकों के साथ एक बहुत बड़ी-सी पेटी लेकर लौटा।
2. राजा ने अंत में ऊँट के मालिक से कहा कि वो जाकर तीनो भाइयों द्वारा बताई गयी राह पर जाकर ऊँट को खोजे।
3.जब राजा ने पूछा कि पेटी में क्या है, तो सबसे बड़े भाई ने कहा कि उसमें कोई छोटी-सी गोल वस्तु है। मझले भाई ने कहा कि वह अनार है, और सबसे छोटे भाई ने बताया कि वह अनार अभी कच्चा है।
4.जब राजा ने पेटी में कच्चा अनार देखा, तो उसे तीनों भाइयों की बुद्धिमत्ता पर बड़ा आश्चर्य हुआ। उसने अनार सभी लोगों को दिखाया और ऊँट के मालिक से कहा कि ये लोग चोर नहीं हैं, बल्कि बहुत ही बुद्धिमान हैं।