Extra Question Answer for Chapter 1 माँ, कह एक कहानी Class 6 Hindi NCERT मल्हार

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Extra Question Answer for Chapter 1 माँ, कह एक कहानी Class 7

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बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)

प्रश्न 1. कवि की माँ ने पहले किस स्थान की कहानी सुनाई?

(a) उपवन
(b) महल
(c) झील
(d) वन

उत्तर

(a) उपवन
• माँ ने उपवन में बड़े सबेरे तात के भ्रमण की कहानी सुनाई।


प्रश्न 2. कविता में कौन से पक्षी का उल्लेख किया गया है?

(a) कबूतर
(b) हंस
(c) चिरपिंग
(d) उल्लू

उत्तर

(b) हंस
• हंस का उल्लेख किया गया है, जो अचानक गिरा और घायल हो गया।


प्रश्न 3. पंछी की हानि के बाद उसे कौन उठा लाया?

(a) राजा
(b) शिकार करने वाला
(c) तात
(d) माँ

उत्तर

(c) तात
• तात ने घायल पंछी को उठाया और उसकी मदद की।


प्रश्न 4. कविता में न्यायालय में कौन सा विषय चर्चा में था?

(a) न्याय के बारे में
(b) राजा और रानी का विवाद
(c) शिकार और रक्षकों का विवाद
(d) पंछी का उपचार

उत्तर

(c) शिकार और रक्षकों का विवाद
• कविता में शिकार करने वाले (आखेटक) और रक्षक (तात) के बीच विवाद न्यायालय में गया।


प्रश्न 6. के अंत में कौन सा संदेश दिया गया?

(a) केवल शक्ति से ही न्याय होता है
(b) न्याय दया का दानी होता है
(c) युद्ध में जीत ही सबसे महत्वपूर्ण है
(d) कहानी में कोई संदेश नहीं है

उत्तर

(b) न्याय दया का दानी होता है
• कविता के अंत में राहुल ने यह संदेश दिया कि न्याय दया का दानी होना चाहिए।


रिक्त स्थान भरें

1. बच्चे ने माँ से कहा, “कहती है मुझसे यह चेटी, तू मेरी ____ की बेटी।”

उत्तर

नानी
• बच्चे ने माँ से मजाक में कहा कि चेटी (नौकरानी) उसे नानी की बेटी कहती है।


2. तात भ्रमण करते थे ____ में।

उत्तर

उपवन
• तात उपवन में बड़े सबेरे भ्रमण कर रहे थे।


3. गाते थे खग ____ स्वर से।

उत्तर

कल-कल
• कविता में पक्षियों का स्वर “कल-कल” कहा गया है।


4. पंछी की हानि के बाद ____ ने उसे उठाया।

उत्तर

तात
• तात ने घायल हंस को उठाया और उसकी मदद की।


5. शिकार करने वाले ने _____ करने की ठानी।

उत्तर

हठ
• शिकार करने वाले (आखेटक) ने हठपूर्वक पंछी माँगने का मन बनाया।


अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. राहुल कौन था?

उत्तर

महात्मा गौतम बुद्ध का बेटा।


प्रश्न 2. राहुल क्या सुनाने की ज़िद्द कर रहा था?

उत्तर

कहानी


प्रश्न 3. हंस पर अधिकार के लिए रक्षक और भक्षक कहाँ पहुँचे?

उत्तर

न्यायालय 


प्रश्न 4. आखेटक का क्या अर्थ है?

उत्तर

शिकारी


प्रश्न 5. सिद्धार्थ ने घायल हंस का क्या किया?

उत्तर

मरहम पट्टी की।


प्रश्न 6. घायल हंस को किसने उठाया था?

उत्तर

सिद्धार्थ।


प्रश्न 7. कवि ने सहृदय किसे कहा है?

उत्तर

गौतम बुद्ध


प्रश्न 8. कवि ने निर्दय किसे कहा है?

उत्तर

आखेटक।


प्रश्न 9. इस कविता मेंखगभक्षीकिसे कहा गया है?

उत्तर

आखेटक को।


प्रश्न 10. लक्ष्य-सिद्धि का मानीकौन था?

उत्तर

आखेटक


लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. राहुल की माँ ने कौन-सी कहानी सुनाई?

उत्तर

सिद्धार्थ के बचपन की जब उन्होंने अपने बचपन में एक घायल हंस को बचाया था। ।


प्रश्न 2. ‘बेटा समझ लिया क्या तूने, मुझको अपनी नानी’? माँ ने राहुल से ऐसा क्यों कहा?

उत्तर

राहुल जब अपनी माँ से कहानी सुनाने को हठ करता है तो माँ उसे ऐसा कहती है क्योंकि कहानी अक्सर नानी ही सुनाती है।


प्रश्न 3. राहुल ने क्या तर्क देकर माँ को कहानी सुनाने के लिए राजी कर लिया?

उत्तर

राहुल ने तर्क दिया कि माँ तुम मेरी नानी की बेटी हो इसलिए कहानी सुनाओ। राहुल के इस तर्क पर माँ कहानी सुनाने के लिए राजी हो गई।


प्रश्न 4. सिद्धार्थ को बाग में किस प्रकार का मनोरम दृश्य दिखा था?

उत्तर

सिद्धार्थ को बाग में पक्षी मीठे स्वर में मधुर गान गाते दिखे थे।


प्रश्न 5. वह हंस जो आकाश में उड़ा चला रहा था, अचानक धरती पर कैसे गिर पड़ा?

उत्तर

हंस के एक पंख में तीर लग गया था जिसके कारण वह उड़ न सका और धरती पर गिर पड़ा।


प्रश्न 6. घायल पक्षी को किसने बचाया?

उत्तर

घायल पक्षी को सिद्धार्थ अर्थात राहुल के पिता ने बचाया।


प्रश्न 7. सिद्धार्थ ने घायल हंस का क्या किया?

उत्तर

सिद्धार्थ ने घायल हंस को गोद में उठा लिया और उसकी रक्षा की।


प्रश्न 8. पक्षी के घायल होकर गिरने की घटना को कवि नेकोमल कठिन कहानीक्यों कहा है?

उत्तर

घायल हंस को जब गौतम बुद्ध ने उठा लिया तभी आखेटक उस आहत पक्षी को माँगने आ गया इसलिए कोमल पक्षी की कहानी कोमल से कठिन हो गई।


प्रश्न 9. शिकार करने वाले के खिलाफ किसे न्यायालय में लाया गया?

उत्तर

आखेटक और तात के बीच घायल पक्षी को लेकर विवाद हुआ, यह विवाद न्यायालय तक पहुँचा और वहाँ न्याय हुआ।


प्रश्न 10. राहुल ने न्याय का निर्णय किस तरह किया?

उत्तर

राहुल ने कहा कि निर्दोष को मारने वाले के खिलाफ रक्षक को समर्थन मिलना चाहिए, और न्याय दया का दानी होना चाहिए।


प्रश्न 11. न्यायालय कविता में माँ और बच्चे के बीच क्या संवाद हुआ?

उत्तर

बच्चे ने माँ से कहानी सुनाने को कहा और पूछा कि राजा था या रानी। माँ ने उपवन की कहानी सुनाई और अंत में बच्चे से न्याय का निर्णय पूछा।


प्रश्न 12. राजा के न्याय का समर्थन राहुल ने किस प्रकार किया?

उत्तर

राहुल ने राजा के न्याय का समर्थन करते हुए कहा कि यदि कोई किसी निरपराधी को मारे तो कोई तो उसे बचाएगा। मारने वाले से ज्यादा बचाने वाले का हक होना चाहिए। न्याय भी तो दया का दानी है, वह भी बचाने वाले का ही पक्ष लेगा।


प्रश्न 13. राहुल के उत्तर से उसके स्वभाव के बारे में क्या पता चलता है?

उत्तर

राहुल के उत्तर से उसके स्वभाव के बारे में यह पता चलता है कि उसका स्वभाव निष्पक्ष, विचारशील और दयाभाव रखने वाला है।


प्रश्न 14. कविता में “न्याय दया का दानी” का क्या अर्थ है?

उत्तर

इसका अर्थ है कि न्याय को दया और करुणा के साथ करना चाहिए, न कि क्रूरता या शक्ति के आधार पर।


प्रश्न 15. वाटिका के सौंदर्य का वर्णन कीजिए।

उत्तर

उपवन में सुगंधित हवा चल रही थी। वहाँ रंग-बिरंगे फूल खिले थे जिन पर ओस के छोटे-छोटे बिंदु झिलमिला रहे थे और पक्षी कल-कल की ध्वनि कर रहे थे। साथ ही सरोवर में पानी लहरा रहा था।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. माँ ने पुत्र को सुलाने के लिए इसी कहानी का चुनाव क्यों किया?

उत्तर

माँ, पुत्र की संरक्षिका हैं। वे प्रत्येक दृष्टि से अपने बच्चे को विकसित और संस्कारित करना चाहती हैं। नित्य प्रति की दिनचर्या में, अनौपचारिक रूप से बातों-बातों में, खेल – खेल में कहानी-कविताओं के द्वारा बच्चों को गुण- संस्कार दिए जा सकते हैं, वे किसी पुस्तक के द्वारा या किसी विद्यालय के द्वारा नहीं दिए जा सकते। इसके अतिरिक्त अपने कुल, परिवार, पिता द्वारा किए गए कार्यों से बालक को परिचित कराना भी एक माँ का ही दायित्व है।
इसी कारण प्रेम, दया, करुणा, न्याय, निष्पक्षता से पूर्ण इस कहानी का चुनाव माँ ने पुत्र को सुनाने के लिए किया ।


प्रश्न 2. हमें पशु-पक्षियों पर दया क्यों करनी चाहिए?

उत्तर

इस संसार में सभी जीवों को जीने का अधिकार है। जीवों पर दया करने से प्रकृति का संतुलन बना रहता है और पर्यावरण को लाभ होता है। इस संसार के लिए जितने आवश्यक मनुष्य, पेड़, पौधे, नदी, तालाब, पर्वत, जंगल आदि प्राकृतिक उपादान हैं, उतने ही आवश्यक पशु- – पक्षी भी हैं। इसके अतिरक्ति जीवों पर दया करना मानवता और करुणा का प्रतीक है। हमें इस संसार में रहने के लिए मानवीय गुणों को अपनाना भी आवश्यक है। इससे हमारा नैतिक, आध्यात्मिक तथा चरित्र का विकास होता है। जीवों के प्रति सहानुभूति रखना, क्रूरता को रोकना, उन्हें संरक्षण देना मानव होने का परिचायक है।


प्रश्न 3. सिद्धार्थ हंस को दे देते तो कोई विवाद न होता किंतु उन्होंने ऐसा नहीं किया, क्यों?

उत्तर

सिद्धार्थ के मन में हंस के प्रति दया और करुणा का भाव था। वे उसकी रक्षा करना चाहते थे। सिद्धार्थ अहिंसा पर विश्वास करते थे और वे किसी भी जीव को तड़पता हुआ नहीं देख सकते थे। सिद्धार्थ के लिए यह ज़रूरी था कि वे न्याय के पक्ष में रहकर अपनी बात कहें इसलिए उन्होंने विवाद की परवाह न करते हुए न्याय के लिए संघर्ष किया और पक्षी की रक्षा की। हंस को दे देने पर निश्चय ही विवाद से बचा जा सकता था लेकिन मानवीय दृष्टि से न्याय की रक्षा न हो पाती इसलिए सिद्धार्थ ने हंस को नहीं दिया।


पद्यांश आधारित प्रश्न

पद 1

“तू है हठी मानधन मेरे,
सुन, उपवन में बड़े सबेरे,
तात भ्रमण करते थे तेरे,

जहाँ, सुरभि मनमानी।”
‘जहाँ सुरभि मनमानी ?
हाँ, माँ, यही कहानी । ‘

“वर्ण वर्ण के फूल खिले थे,
झलमल कर हिम-बिंदु झिले थे,
हलके झोंके हिले-मिले थे,

लहराता था पानी। “
“लहराता था पानी ?
हाँ, हाँ, यही कहानी । ‘

प्रश्न 1. माँ पुत्र को ‘हठी’ क्यों कहती हैं?

प्रश्न 2. उपवन में किस समय, कौन भ्रमण कर रहा था ?

प्रश्न 3. बाग का दृश्य कैसा था ?

प्रश्न 4. ‘वर्ण-वर्ण के फूल खिले थे’- पंक्ति का अर्थ बताइए ।

प्रश्न 5. “हाँ, हाँ, यही कहानी” – यह कौन कहता है और क्यों?

उत्तर

1. पुत्र माँ से कहानी सुनाने के लिए हठ कर रहा था इसलिए माँ पुत्र को ‘हठी’ कहती हैं ।

2. उपवन में प्रात:काल राहुल के पिता सिद्धार्थ भ्रमण कर रहे थे।

3. बाग में सुगंधित हवा बह रही थी। रंग-बिरंगे फूल खिले थे जिन पर ओस बिंदु झिलमिला रहे थे। सुंदर सरोवर भी था जिसमें पानी लहरा रहा था।

4. बगीचे में रंग-बिरंगे फूलों की कई प्रजातियाँ थीं।

5. यह राहुल कहता है क्योंकि उसे कहानी रोचक लग रही है और वह यह जानना चाहता है कि कहानी में आगे क्या हुआ ।


पद 2

माँगा उसने आहत पक्षी,
तेरे तात किंतु थे रक्षी।
तब उसने, जो था खगभक्षी-

हठ करने की ठानी।”
हठ करने की ठानी ?
अब बढ़ चली कहानी ।”

हुआ विवाद सदय – निर्दय में,
उभय आग्रही थे स्वविषय में,
गई बात तब न्यायालय में,

सुनी सभी ने जानी।”
सुनी सभी ने जानी?
व्यापक हुई कहानी

प्रश्न 1. कवि ने उपर्युक्त पंक्तियों में सहृदय किसे कहा है और निर्दय किसे ?

प्रश्न 2. आखेटक और रक्षक के बीच में क्या हुआ ?

प्रश्न 3. बात आगे क्यों बढ़ी और कहाँ तक गई ?

प्रश्न 4. अन्य लोगों को इस घटना के विषय में कैसे पता चला?

प्रश्न 5. ‘उभय आग्रही थे स्वविषय में’ का क्या अर्थ है ?

उत्तर

1. कवि ने सहृदय सिद्धार्थ को और निर्दय आखेटक को कहा है।

2. आखेटक और रक्षक के बीच में घायल पक्षी को लेकर तर्क-वितर्क हुए।

3. बात आगे इसलिए बढ़ी क्योंकि दोनों अपनी बात पर अड़े हुए थे और स्वयं को सही बता रहे थे । सिद्धार्थ पक्षी की रक्षा करने के पक्ष में थे किंतु आखेटक ने ठान लिया कि वह पक्षी को लेकर ही रहेगा अतः बात बढ़ गई और न्यायालय तक पहुँची।

4. विवाद जब न्यायालय तक जा पहुँचा तो सार्वजनिक हो गया और सभी ने सुना, जाना और समझा। इस प्रकार अन्य लोगों को इस घटना के विषय में पता चला।

5. इसका अर्थ है कि दोनों ही स्वयं को सही बताते हुए अपनी-अपनी बात पर अड़े हुए थे। दोनों घायल पक्षी पर अपना अधिकार जता रहे थे।


पद 2

राहुल, तू निर्णय कर इसका-
न्याय पक्ष लेता है किसका?
कह दे निर्भय, जय हो जिसका।

सुन लूँ तेरी बानी।”
माँ, मेरी क्या बानी ?
मैं सुन रहा कहानी।

कोई निरपराध को मारे,
तो क्यों अन्य उसे उबारे ?
रक्षक पर भक्षक को वारे,

न्याय दया का दानी! “
न्याय दया का दानी ?
तूने गुनी कहानी।”

प्रश्न 1. कहानी सुनाकर माँ ने राहुल से क्या प्रश्न किया ?

प्रश्न 2. माँ राहुल का निर्णय क्यों जानना चाहती थीं?

प्रश्न 3. राहुल ने माँ के प्रश्न का क्या उत्तर दिया ?

प्रश्न 4. राहुल के उत्तर से उसके स्वभाव के बारे में क्या पता चलता है?

प्रश्न 5. इस कविता से सिद्धार्थ की किस विशेषता का पता चलता है?

उत्तर

1. कहानी सुनाकर माँ ने राहुल से प्रश्न किया- “राहुल अब तुम इसका निर्णय करो और बताओ कि न्याय किसके पक्ष में होना चाहिए?

2. माँ राहुल का निर्णय इसलिए जानना चाहती थीं ताकि उन्हें यह पता चल सके कि राहुल ने कहानी को कितना समझा ।

3. राहुल ने कहा कि यदि कोई किसी निरपराधी को मारेगा तो कोई तो उसे बचाएगा। मारने वाले से ज्यादा बचाने वाले का हक होना चाहिए। न्याय भी तो दया का दानी है, वह भी बचाने वाले का ही पक्ष लेगा।

4. राहुल के उत्तर से उसके स्वभाव के बारे में यह पता चलता है कि वह जीवों से प्रेम करने वाला, संवेदनशील और दयालु स्वभाव का बालक है।

5. इस कविता से पता चलता है कि सिद्धार्थ बचपन से ही दयालु प्रवृत्ति के थे। वे अहिंसा के पक्षधर थे। किसी भी प्राणी का दुख उनके लिए असह्य था।

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