NCERT Solutions for Class 11th: पाठ 7 - रजनी आरोह भाग-1 हिंदी (Rajni)

अभ्यास

पृष्ठ संख्या: 97

पाठ के साथ

1. रजनी ने अमित के मुद्दे को गंभीरता से लिया, क्योंकि-

क. वह अमित से बहुत स्नेह करती थी|

ख. अमित उसकी मित्र लीला का बेटा था|

ग. वह अन्याय के विरूद्ध आवाज उठाने की सामर्थ्य रखती है|

घ. उसे अखबार की सुर्ख़ियों में आने का शौक था|

उत्तर

ग. वह अन्याय के विरूद्ध आवाज उठाने की सामर्थ्य रखती है|

2. जब किसी का बच्चा कमजोर होता है, तभी उसके माँ-बाप ट्यूशन लगवाते हैं| अगर लगे कि कोई टीचर लूट रहा है, तो उस टीचर से न ले ट्यूशन, किसी और के पास चले जाएँ.....यह कोई मजबूरी तो है नहीं- प्रसंग का उल्लेख करते हुए बताएँ कि यह संवाद आपको किस सीमा तक सही या गलत लगता है, तर्क दीजिए|

उत्तर

अमित के गणित में कम अंक लाने से रजनी ट्यूशन से संबंधित शिकायत लेकर जब हैडमास्टर के पास जाती है तो वे इस बात को गंभीरता से नहीं लेते हैं तथा अध्यापक और बच्चों की समस्या कहकर टाल देते हैं| रजनी इस समस्या की शिकायत शिक्षा निदेशक से करती है| शिक्षा निदेशक के अनुसार माँ-बाप के लिए बच्चों को ट्यूशन भेजना कोई मंजूरी तो है नहीं| यदि उन्हें लगता है कि कोई अध्यापक लूट रहा है तो वे किसी दूसरे अध्यापक के पास जा सकते हैं|

मेरे विचार से शिक्षा निदेशक का यह संवाद बिलकुल ही अतार्किक है| उन्होंने समस्या को गंभीरता से नहीं लिया है| अध्यापकों द्वारा ट्यूशन के लिए मजबूर किया जाना और न पढ़ने पर कम अंक देना, ये उनके लिए कोई बड़ी समस्या नहीं है| उनके द्वारा कही गई इस तरह की बातें उनकी गलत सोच को व्यक्त करता है|

3. तो एक और आंदोलन का मसला मिल गया- फुफुसाकर कही गई बात-

क. किसने किस प्रसंग में कही?

उत्तर

यह बात रजनी के पति ने उस समय कही थी, जब रजनी ने अध्यापकों द्वारा मनमाने ढंग से ट्यूशन लेने के विरूद्ध मीटिंग के दौरान भाषण देने के दौरान यह बताया कि कुछ अध्यापकों को कम वेतन देकर अधिक वेतन पर हस्ताक्षर करवाए जाते हैं| ऐसे अध्यापकों से उसने अनुरोध किया कि वे संगठित होकर आंदोलन करें और इस अन्याय का पर्दाफाश करें|

ख. इससे कहने वाले की किस मानसिकता का पता चलता है?

उत्तर

इससे कहने वाले की संकीर्ण तथा आत्मकेंद्रित सोच का पता चलता है| ऐसे लोग सामाजिक समस्या से स्वयं को अलग रखना चाहते हैं| सिर्फ अपने काम से मतलब रखते हैं| इस तरह के लोग दूसरों की समस्या में उलझकर व्यर्थ की परेशानी में नहीं पड़ना चाहते हैं|

4. रजनी धारावाहिक की इस कड़ी की मुख्य समस्या क्या है? क्या होता अगर-

क. अमित का पर्चा सचमुच खराब होता|

ख. संपादक रजनी का साथ न देता|

उत्तर

रजनी धारावाहिक की इस कड़ी की मुख्य समस्या अध्यापकों द्वारा जबरदस्ती ट्यूशन लेने के लिए छात्रों को मजबूर करना तथा ट्यूशन न पढने पर कम अंक देना है| इस धारावाहिक में इसी समस्या को उजागर किया गया है|

क. यदि अमित का पर्चा सचमुच खराब होता, तो रजनी इस समस्या को लेकर कोई बखेड़ा खड़ा नहीं करती और इस बात के पता चलने पर कोई आंदोलन नहीं करती|

ख. यदि संपादक रजनी का साथ न देता, तो रजनी इस समस्या को एक बड़े आंदोलन का रूप नहीं दे पाती| न ही वह ट्यूशन से संबंधित मसले को सुलझा पाने में सफल हो पाती|

पाठ के आस-पास

1. गलती करने वाला तो है ही गुनहगार, पर उसे बर्दाश्त करने वाला भी कम गुनहगार नहीं होता- इस संवाद के सन्दर्भ में आप सबसे ज्यादा किसे और क्यों गुनहगार मानते हैं?

उत्तर

इस संवाद के सन्दर्भ में मेरे विचार से गलती करने वाला तथा उसे बर्दाश्त करने वाला दोनों ही गुनहगार है| ऐसा इसलिए है, क्योंकि गलती करने वाला (अध्यापक), जो जबरदस्ती ट्यूशन के लिए बच्चों को मजबूर करते हैं, वे दोषी हैं| साथ ही ऐसे अभिभावक जो इस जबरदस्ती को बर्दाश्त करते हैं, समान रूप से दोषी हैं| उन्हें इस अन्याय के विरूद्ध आवाज उठानी चाहिए| अन्याय बर्दाश्त करने से दोषी और अधिक गलती करने की छूट मिल जाती है|

2. स्त्री के चरित्र की बनी-बनाई धारणा से रजनी का चेहरा किन मायनों में अलग है?

उत्तर

सामान्यतः स्त्री का चरित्र कोमल, सहनशील, कमजोर तथा शांत व्यक्तित्व का माना जाता है| जबकि रजनी का चरित्र ठीक इसके विपरीत है| वह एक साहसी, शक्तिशाली तथा अन्याय के विरूद्ध आवाज उठाने वाली महिला है| प्रायः घरेलू नारी अन्याय को सहन कर चुप रहती है, लेकिन रजनी अन्याय के विरूद्ध अकेले लड़ जाती है| वह अध्यापकों द्वारा ट्यूशन लेने जैसी सामाजिक समस्या को भी सबके सामने लाकर उसका समाधान निकालती है|

3. पाठ के अंत में मीटिंग के स्थान का का विवरण कोष्ठक में दिया गया है| यदि इसी दृश्य को फिल्माया जाए तो आप कौन-कौन से निर्देश देंगे?

उत्तर

यदि इसी दृश्य को फिल्माया जाए, तो निम्नलिखित निर्देश देंगे:

• मीटिंग के अनुरूप तैयार किया गया मंच तथा बैनर|
• लोगों का उत्साह में आना|
• रजनी का मंच पर भाषण देना|

4. इस पटकथा में दृश्य-संख्या का उल्लेख नहीं है| मगर गिनती करें तो सात दृश्य हैं| आप किस आधार पर इस दृश्यों को अलग करेंगे?

उत्तर

पटकथा में दृश्यों को संख्या के आधार पर अलग-अलग नहीं दर्शाया गया है| हम स्थान के आधार पर दृश्यों को अलग कर सकते हैं|

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भाषा की बात

1. निम्नलिखित वाक्यों के रेखांकित अंश में जो अर्थ निहित हैं उन्हें स्पष्ट करते हुए लिखिए-

(क) वरना तुम तो मुझे काट ही देतीं|

(ख) अमित जबतक तुम्हारे भोग नहीं लगा लेता, हमलोग खा थोड़े ही सकते हैं|

(ग) बस- बस, मैं समझ गया|

उत्तर

(क) काट देना- अलग करना, छोड़ देना, भूल जाना|

रजनी लीला से अमित के परीक्षा परिणाम की घोषणा को लेकर कहती है कि में तुम्हारे घर न आती तो तुम मुझे मिठाई खिलाने की बात तो भूल ही जाती|

(ख) भोग लगाना- खिला लेना|

अमित जब तक रजनी आंटी को खिला नहीं लेता, तब तक वह किसी और को नहीं खाने देता|

(ग) बस-बस- और अधिक कहने से रोक देना|

संपादक रजनी से कहता है कि और अधिक कहने की आवश्यकता नहीं है, मैं सारी बात समझ गया।

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