The Story of My Life Ch 2 Summary in Hindi Class 10th- पाठ 2 का सार और शब्दार्थ English

सार

बिमारी के शुरूआती दिनों में क्या हुआ यह हेलेन को याद नहीं है। उसने चीज़ों को हाथ के स्पर्श से पहचानना शुरू कर दिया। वह प्रतीक चिह्नों के द्वारा दूसरे लोगों से सम्पर्क करती थी। उसने लॉन्ड्री से आने वाले धुले कपड़े को मोड़ कर अलग रखना सीख लिया था और बाकी कपड़ों से अपने कपड़ों को पहचान लिया करती थी। उसे यह याद है कि हमेशा अपनी माँ और आंटी के साथ बाहर जाने की जिद करती थी। धीरे-धीरे उसे यह अहसास होने लगा था वह औरों से अलग है क्योंकि वह सम्पर्क करने के लिए प्रतीक चिह्नों का उपयोग करती थी जबकि दूसरे लोग मुँह से बोलकर सम्पर्क करते थे। वह एक शरारती बच्ची थी।

उसने अश्वेत लड़की मार्था वाशिंगटन कोअपना दोस्त बनाया जो कि उनके घर की रसोइया की बेटी थी। मार्था बिना किसी समस्या के हेलेन के प्रतीक चिह्नों को समझ लेती थी। हेलेन उसपर हमेशा दवाब डालती थी और अपने इच्छानुसार उससे काम करवाती थी। दोनों रसोईघर में बहुत समय साथ बितातीं, आटा गूंधति, आइसक्रीम बनाना, कॉफी पिसना, केक बाउल के लिए झगड़ना और मुर्गियों और तुर्की पक्षियों को खाना देतीं। दोनों लंबे घास में अंडे ढूँढ़ने का काम भी करते थे।

एक बार अपने एप्रन को सुखाने के दौरान हेलेन आग के ज्यादा करीब चली गई जिससे एप्रन में आग लग गई। उसने खौफनाक चीख-पुकार की जिसे सुनकर एक बूढ़ी नर्स ने उसपर कंबल फेंककर बचाया।

समय के साथ उसने चाभी का इस्तेमाल करना सीख लिया। उसने शरारत में माँ को कमरे में बंद कर दिया था। यही शरारत को उसने मिस सलीवन के आने पर उनके साथ किया।

हेलेन के परिवार में उसके पिता, माँ, दो सौतले भाई थे, बाद में एक छोटी बहन भी आई।

हेलेन के पिता एक प्यारे और कृपालु इंसान थे। वे एक अच्छे शिकारी और मशहूर कहानीवादक भी थे। वे हेलेन के हाथों पर शब्दों को लिखते और उसे दोहराने को कहते। उसके पिता सम्पादक थे जो उसे बाद में पता चला। उसके पिता की मृत्यु 1896 के गर्मियों में हुई जब वह उत्तर में थी। यह उसका मृत्यु के बारे में पहला निजी अनुभव था।

वह अपनी छोटी बहन, मिल्ड्रेड से जलती थी चूँकि वह सोचती थी कि वह माँ का सारा ध्यान अपनी ओर खिंच लेगी। एक दिन जब उसकी छोटी बहन पालने में सोई थी तब उसने पालने को पलट दिया परन्तु उसकी माँ ने बच्ची को गिरने से बचा लिया। जब वे दोनों बड़ी हो गईं तब वे दोनों दोस्त बन गईं परन्तु उसकी बहन उसके अँगुली के इशारों को नहीं समझती थी।

शब्दार्थ

• clung - चिपकना
• shiver - थरथराहट 
• vague - धुंधला
• anointed - तेल लगाना 
• enroumous - बहुत बड़ा
• dangle - लटकना
• hem - किनारा
• vexed - उत्तेजित
• gesticulated - बोलते हुए अंग हिलाना
• frantically - तेजी से
• setter - कुत्ते की एक प्रजाति
• domineer - कठोरता से शासन करना
• encounter - मुठभेड़
• gobbler - एक प्रकार का मुर्गा
• retribution - बदला
• emphatic - जोरदार
• curiosity - जिज्ञासा
• odours - गंध
• wearied - थका हुआ
• amusement - आनंद
• romp - कोलाहल करते हुए खेलना
• quivered - काँपना
• contemptuous - घृणा से भरा
• induced - प्रेरित
• indulgent - लिप्त
• hospitability - सत्कार
• anecdotes - छोटी से कहानी
• intruder - बिना अधिकार के प्रवेश करने वाला
• cradle - पालना
• solitude - एकांत
• endearing - प्यारी
• caprice- मौज
• prattle - बकबक करना

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