Extra Question Answer for Chapter 10 मीरा के पद Class 7 Hindi NCERT मल्हार

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Extra Question Answer for Chapter 10 मीरा के पद Class 7

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बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)

प्रश्न 1. प्रथम पद में किसका वर्णन किया गया है?

(a) श्रीकृष्ण के मनमोहक रूप का
(b) श्रीकृष्ण के निच्छल होने का
(c) श्रीकृष्ण के दुर्लभ आकार का
(d) श्रीकृष्ण की बाल लीला का

उत्तर

(a) श्रीकृष्ण के मनमोहक रूप का


प्रश्न 2. पहले पद में कृष्ण के होंठों पर क्या शोभा देता है?

(a) शंख
(b) वीणा
(c) मुरली
(d) बाँसुरी

उत्तर

(c) मुरली


प्रश्न 3. पद में नंदलाल किसे कहा गया है?

(a) नन्द बाबा को
(b) नन्द के वस्त्र को
(c) श्रीकृष्ण को
(d) नन्द के भाई को

उत्तर

(c) श्रीकृष्ण को


प्रश्न 4. पहले पद में मीरा कृष्ण को कहाँ बसाने की प्रार्थना करती हैं?

(a) अपने नैनन (आँखों) में
(b) अपने घर में
(c) मंदिर में
(d) अपने मन में

उत्तर

(a) अपने नैनन (आँखों) में


प्रश्न 5. पहले पद में कृष्ण के पैरों में क्या मधुर आवाज़ करता है?

(a) कड़ा
(b) नूपुर
(c) घुंघरू
(d) पायल

उत्तर

(b) नूपुर


प्रश्न 6. दूसरे पद में किसका वर्णन किया गया है?

(a) श्री कृष्ण का
(b) मीरा की भक्ति का
(c) सावन के सौंदर्य का
(d) बादल की गड़गड़ाहट का

उत्तर

(c) सावन के सौंदर्य का


प्रश्न 7. दूसरे पद में सावन की बारिश मीरा के मन को कैसा करती है?

(a) चिंतित
(b) डरावना
(c) खुश और उमंग से भरा
(d) उदास

उत्तर

(c) खुश और उमंग से भरा


प्रश्न 8. ‘बसो मेरे नैनन में नंदलाल’ आँखों में किसको बसने का निवेदन किया जा रहा है?

(a) नन्द बाबा को
(b) मीरा को
(c) श्रीकृष्ण को
(d) अपने प्रिय को

उत्तर

(c) श्रीकृष्ण को


प्रश्न 9. कविता का मुख्य विषय क्या है?

(a) युद्ध और साहस
(b) मानव जीवन का दुख
(c) कृष्ण के प्रति मीरा की भक्ति और प्रेम
(d) धन का महत्व

उत्तर

(c) कृष्ण के प्रति मीरा की भक्ति और प्रेम


प्रश्न 10. ‘ झर लावन की’ का क्या आशय है?

(a) झरझर की ध्वनि
(b) झरने की तरह ध्वनि
(c) झरने की तरह गिरती वर्षा की ध्वनि
(d) झरने की तरह गिरती बूंदें

उत्तर

(c) झरने की तरह गिरती वर्षा की ध्वनि


प्रश्न 11. मीरा ने अपने जीवन में क्या चुना?

(a) युद्ध और शासन
(b) व्यापार और धन संग्रह
(c) सादा जीवन और तीर्थ यात्राएँ
(d) राजसी ठाठ-बाट

उत्तर

(c) सादा जीवन और तीर्थ यात्राएँ


प्रश्न 12. सावन कहाँ से गरजता बरसता हुआ आता है?

(a) आसमान से
(b) चारों दिशाओं से
(c) ऋतुओं के मध्य से
(d) इनमें से कोई नहीं

उत्तर

(b) चारों दिशाओं से


प्रश्न 13. कृष्ण के गले में क्या शोभा देता है?

(a) सोने की माला
(b) फूलों की माला
(c) मोतियों की माला
(d) वैजयंती माला

उत्तर

(d) वैजयंती माला


प्रश्न 14. सावन की ऋतु कैसी होती है?

(a) मन को अत्यंत प्रसन्न करने वाली
(b) अतयधिक वर्षा वाली
(c) मन को विचलित करने वाली
(d) मन को दुखी करने वाली

उत्तर

(a) मन को अत्यंत प्रसन्न करने वाली


प्रश्न 15. सावन के मौसम में मीरा किसको याद करती है ?

(a) वर्षा की रिमझिम बूंदों को
(b) अपने प्रिय गिरधर गोपाल को
(c) अपने प्रिय को
(d) उपरोक्त सभी

उत्तर

(b) अपने प्रिय गिरधर गोपाल को


प्रश्न 16. मीरा को बादलों की गड़गड़ाहट क्या लगती है?

(a) युद्ध का संकेत
(b) प्रकृति का शोर
(c) डरावनी आवाज़
(d) कृष्ण के आने की खबर

उत्तर

(d) कृष्ण के आने की खबर


अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. मीरा किस देवता की उपासना करती थीं?

उत्तर

भगवान श्रीकृष्ण की।


प्रश्न 2. मीरा के पदों में मुख्य भाव क्या है?

उत्तर

भक्ति भाव


प्रश्न 3. ‘मोहनि मूरति साँवरि सूरति’ में कौन-सी अलंकार है और कैसे?

उत्तर

अनुप्रास अलंकार है, क्योंकि ‘म’ और ‘स’ वर्ण की आवृति है।


प्रश्न 4. वैजंती माला किसका प्रतीक है?

उत्तर

वैजंती माला श्रीकृष्ण की दिव्यता का प्रतीक है।


प्रश्न 5. मीरा नंदलाल के नैनों की किस विशिष्टता पर मुग्ध हैं?

उत्तर

मीरा नंदलाल की विशालता और उनमें झलकने वाली मोहनी छवि पर मुग्व हैं।


प्रश्न 6. ‘अधर सुधा रस’ से मीरा का क्या तात्पर्य है?

उत्तर

‘अधर सुधा रस’ से मीरा का तात्पर्य कृष्ण के होठों से निकलने वाली मुरली के अमृतमय रस से है।


प्रश्न 7. मीरा किसकी प्रतीक्षा कर रही हैं और क्यों?

उत्तर

मीरा श्रीकृष्ण की प्रतीक्षा कर रही हैं, क्योंकि वे उनसे मिलने के लिए उत्सुक हैं।


प्रश्न 8. सावन की बदरिया के संदर्भ में मीरा के मन की तात्कालिक अनुभूति क्या है?

उत्तर

सावन की बदरिया के संदर्भ में मीरा के मन की तात्कालिक अनुभूति हरि के आगमन की प्रत्याशा में उमंग और खुशी है।


प्रश्न 9. मीरा के प्रभु गिरधरनागर किस प्रकार के गीतों का गायन करते हैं?

उत्तर

मीरा के प्रभु गिरधरनागर आनंद और कल्याणकारी भावों से परिपूर्ण मंगल गीतों का गायन करते हैं।


प्रश्न 10. ‘अधर सुधा रस मुरली राजति’ पंक्ति का भावार्थ लिखिए।

उत्तर

श्रीकृष्ण के अधरों पर मधुर रस से भरी मुरली (बाँसुरी) शोभायमान है।


प्रश्न 11. सावन की ऋतु का मन पर क्या प्रभाव पड़ता है?

उत्तर

सावन की ऋतु में मन उमंग और हर्ष से भर जाता है।


प्रश्न 12. ‘दमिन दम के झर लावन की’ में कौन-सी प्राकृतिक घटना का वर्णन है?

उत्तर

बिजली की चमक और तेज बारिश का ।


प्रश्न 13. मीरा के अनुसार प्रभु के आने की भनक कब मिलती है?

उत्तर

जब सावन में बादल उमड़ते हैं, तब मीरा को प्रभु के आगमन की भनक लगती है।


प्रश्न 14. ‘नूपुर शब्द रसाल’ से मीरा क्या ध्वनि अनुभव करती हैं?

उत्तर

‘नूपुर शब्द रसाल’ से मीरा कृष्ण के चरणों की मधुर और रसमय ध्वनि अनुभव करती हैं।


प्रश्न 15. मीरा के अनुसार, संतों के लिए उनके प्रभु का स्वभाव कैसा है?

उत्तर

मीरा के अनुसार, संतों के लिए उनके प्रभु का स्वभाव सुखदाई और आश्रय देने वाला है।


लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. वर्षा के साथ आने वाली पवन की कौन-सी विशेषता मीरा को विशेष रूप से आकर्षित करती है?

उत्तर

वर्षां के साथ आने वाली पवन की शीतलता और मन को शांति प्रदान करने वाली सुहाबनी प्रकृति मीरा को विशेष रूप से आकर्षित करती है।


प्रश्न 2. पहले पद में मीरा ने क्या वर्णन किया है और क्या निवेदन किया है?

उत्तर

पहले पद में मीराबाई श्रीकृष्ण के मनमोहक रूप का वर्णन कर रही हैं। मीरा श्रीकृष्ण से निवेदन करती हैं कि श्री कृष्ण उनकी आँखों में बस जाए।


प्रश्न 3. पहले पद में मीरा नंदलाल के किस रूप का वर्णन करती हैं?

उत्तर

मीरा नंदलाल की मोहनी मूरत, साँवरी सूरत और विशाल नेत्रों का वर्णन करती हैं। उनके अधरों पर मुरली और हृदय पर वैजयंती माला सुशोभित है।


प्रश्न 4. नंदलाल के कटितट पर सुशोभित ‘क्षुद्र घंटिका’ का प्रतीकात्मक महत्त्व क्या हो सकता है?

उत्तर

नंदलाल के कटिति पर सुशोभित ‘क्षुद्र घंटिका’ का प्रतीकात्मक महत्व भक्ति की सूक्ष्म ध्वनि हो सकता है, जो हृदय को आंदोलित करती है।


प्रश्न 5. ‘क्षुद्र घंटिका कटितट सोभित, नुपुर शब्द रसाल’ पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।

उत्तर

इस पंक्ति का भाव है कि नंदलाल की कमर पर छोटी घंटियाँ सुशोभित हैं और उनके नूपुर (पायल) मधुर ध्वनि उत्पन्न कर रहे हैं, जो वातावरण को रसमय बना रहे हैं।


प्रश्न 6. दूसरे पद में मीरा ने किसका वर्णन किया है और वह मीरा को क्या संकेत करता है?

उत्तर

दूसरे पद में मीराबाई ने वर्णन किया है कि उन्हें किस तरह सावन में श्रीकृष्ण के अगमन का संकेत मिलता है।


प्रश्न 7. दूसरे पद में सावन के महीने का मीरा के मन पर क्या प्रभाव पड़ता है?

उत्तर

सावन के महीने में मीरा का मन उमंग से भर जाता है, क्योंकि उन्हें हरि के आने की आहट सुनाई देती है। वर्षा और शीतल पवन उनके हृदय में खुशी का संचार करते हैं।


प्रश्न 8. मीरा कैसे श्री कृष्ण को अपना आराध्य मानती है?

उत्तर

जो संतों को सुख देने वाले और भक्तों के प्रति स्नेह रखने वाले हैं, ऐसे गोपाल (गौओं के रक्षक) अर्थात श्री कृष्ण को मीरा अपना आराध्य मानती है।


प्रश्न 9. ‘दामिन दम कै झर लावन की’ पंक्ति में प्रकृति का कैसा चित्रण किया गया है?

उत्तर

इस पंक्ति में सावन के महीने में बिजली के चमकने और लगातार वर्षा की झड़ी लगने का चित्रण किया गया है। यह प्रकृति के गतिशील और आकर्षक रूप को दर्शाता है।


प्रश्न 10. दोनों पदों में मीरा अपने प्रभु के प्रति किस प्रकार की भावना व्यक्त करती हैं?

उत्तर

दोनों पदों में मीरा अपने प्रभु के प्रति गहरी भक्ति और प्रेम की भावना व्यक्त करती हैं। पहले पद में वे उनके सौंदर्य पर मोहित होकर उन्हें अपने नेत्रों में बसाना चाहती हैं, जबकि दूसरे पद में उनके आगमन की प्रतीक्षा में उनका मन आनंदित होता है।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. मीरा ने श्री कृष्ण के सौंदर्य का वर्णन किस प्रकार किया है ?

उत्तर

मीरा अपने आराध्य श्रीकृष्ण के आकर्षक सौंदर्य का वर्णन करते हुए कहती हैं कि श्री कृष्ण की साँवली सूरत और बड़ी-बड़ी आँखों वाली आकृति मन को मोहित करने वाली है। उनके होठों पर अमृत रस बरसाने वाली बाँसुरी सुशोभित रहती है। उनके हृदय पर वैजंती माला और कमर पर छोटी-छोटी घंटियों वाली करधनी शोभा बढ़ती हैं। उनके पैरों में बंधी पायल अत्यंत मधुर ध्वनि उतपन्न करती हैं।


प्रश्न 2. दोनों पदों में मीरा के प्रभु के स्वरूप और उनके प्रति मीरा के प्रेम और समर्पण की तुलना कीजिए। क्या दोनों पदों में उनकी भक्ति की अभिव्यक्ति में कोई अंतर दिखाई देता है?

उत्तर

दोनों पदों में मीरा के प्रभु श्रीकृष्ण ही हैं, लेकिन उनके स्वरूप और मीरा की भक्ति की अभिव्यक्ति में कुछ सूक्ष्म अंतर दिखाई देता है। पहले पद में मीरा नंदलाल के सौद्य और आकर्षक रूप पर अधिक ध्यान केंद्रित करती हैं। वे उन्हें अपने नेत्रों में बसाकर हमेशा उनका दर्शन करना चाहती हैं। इस पद में उनके प्रेम में आकर्षण और उन्हें पाने की तीव्र इच्छा झलकती है। दूसरी ओर, दूसरे पद में मीरा अपने प्रभु के आगमन की प्रतीक्षा में अधिक भावुक दिखाई देती हैं। साबन का वातावरण उनके मन में खुशी और उम्मीद जगाता है। यहाँ उनके प्रेम में मिलन की लालसा और प्रतीक्षा का भाव अधिक प्रबल है। दोनों ही पदों में मीरा का अपने प्रभु के प्रति गहरा प्रेम और समर्पण स्पष्ट है, लेकिन पहले पद में सौदर्य पर मुग्घता है, जबकि दूसरे पद में मिलन की आतुरता है।


प्रश्न 3. मुइराबाई ने सावन का वर्णन किस तरह किया है?

उत्तर

मीराबाई ने सावन का अद्धभुत वर्णन किया है। सावन में सुंदर-सुहावनी घटाएँ बरसने लगती हैं। सावन की ऋतु मन को अत्यंत प्रसन्न करने वाली होती है। सावन में वर्षा ऋतु का दृश्य मीरा के मन को उमंग से भर देता है, और उसी वर्षा की ध्वनि में मीरा को उनके प्रभु श्रीकृष्ण के आगमन का आभास होता है।


प्रश्न 4. मीरा की भक्ति काव्य की विशेषताओं के संदर्भ में इन पदों का मूल्यांकन कीजिए। इन पदों में प्रयुक्त भाषा, रस और अलंकार आदि पर टिप्पणी कीजिए।

उत्तर

मीरा की भक्ति काव्य अपनी सरलता; सहजता और गहरी भावानुभूति के लिए जानी जाती है। इन पदों में भी उनकी भक्ति काव्य की ये विशेषताएँ स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं। भाषा सरल, सहज और आम बोलचाल की है, जिसमें ब्रज भाषा के शब्दों का प्रयोग किया गया है। रस की दृष्टि से इन पदों में मुख्य रूप से शृंगार रस (मिलन और विरह दोनों भावों में) और भक्ति रस का मिश्रण है। पहले पद में सौंदर्य के प्रति आकर्षण भृंगार रस का भाव जगाता है, जबकि प्रभु के प्रति समर्पण भक्ति रस को दर्शाता है। दूसरे पद में मिलन की उत्कंठा और सावन के सौंदर्य का वर्णन श्रृंगार रस को पोषित करता है और प्रभु के प्रति प्रेम भक्ति रस को बढ़ाता है। अलंकारों का स्वाभाविक प्रयोग हुआ है; जैसे- ‘मोहनि मूरति साँवरि सूरति’ में अनुप्रास अलंकार है। ‘अधर सुधा रस’ में रूपक अलंकार की व्यंजना है। ‘नन्हीं नन्हीं बूँदन’ में पुनरुक्तिप्रकाश-अलंकार है। मीरा के पदों की संगीतात्मकता और लय भी महत्त्वपूर्ण है, जो इन पदों में स्पष्ट रूप से अनुभव की जा सकती है।


प्रश्न 5. सावन में मीरा को प्रभु श्री कृष्ण के आने का आभास किस तरह होता है ?

उत्तर

बादलों की गरज और बूँदों की रिमझिम में मीरा को श्रीकृष्ण के आने की आहट सुनाई देती है। सावन चारों दिशाओं से गरजता बरसता हुआ आता है, साथ ही बिजली की चमक (दामिन) और बूँदों की झड़ी को भी साथ लता है। जो मीरा के मन में प्रभु की उपस्थिति का संकेत देती हैं। छोटी-छोटी बूंदें जब बादलों से बरसती हैं, तो ठंडी-ठंडी शीतल हवा से मन आनंदित हो उठता है। मीरा इस सावन के मौसम में अपने प्रिय गिरधर गोपाल को याद करती हुई, आनंद और भक्ति में मग्न होकर प्रभु के मंगल गीत गाने लगती हैं।

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