Extra Questions for Class 9 कृतिका Chapter 2 मेरे संग की औरतें - मृदुला गर्ग  Hindi

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Extra Questions for Class 9 कृतिका Chapter 2 मेरे संग की औरतें - मृदुला गर्ग  Hindi

Chapter 2 मेरे संग की औरतें Kritika Extra Questions for Class 9 Hindi

अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. 'मेरे संग की औरतें' के लेखक कौन हैं? 

उत्तर

'मेरे संग की औरतें' संस्मरण की लेखिका मृदुला गर्ग हैं।


प्रश्न 2. मृदुला गर्ग की कौन सी रचनाएं ब्रदर्स कारामजोव से प्रभावित हैं? 

उत्तर

मृदुला गर्ग के नाटक 'जादू का कालीन' मृदुला गर्ग की कहानियां 'नहीं' व 'तीन किलो की छोरी' मृदुला गर्ग के उपन्यास 'कठगुलाब' ब्रदर्स कारामजोव से प्रभावित हैं।


प्रश्न 3. 'मेरे संग की औरतें' पाठ में लेखिका के बीमार होने पर उसके पिता ने क्या किया? 

उत्तर

'मेरे संग की औरतें' पाठ में लेखिका के बीमार होने पर उसके पिता ने उसे ब्रदर्स कारामजोव उपन्यास पकड़ा दिया।


प्रश्न 4. ब्रदर्स कारामजोव उपन्यास के लेखक कौन हैं? 

उत्तर

ब्रदर्स कारामजोव उपन्यास के लेखक दास्तोवस्की हैं।


प्रश्न 5. मृदुला गर्ग के कितने भाई-बहन थे?

उत्तर

मृदुला गर्ग खुद को लेकर पाँच बहन एक भाई थे।


प्रश्न 6. मृदुला गर्ग के भाई का क्या नाम था? 

उत्तर

मृदुला गर्ग के भाई का नाम राजीव था।


प्रश्न 7. मृदुला गर्ग की बड़ी बहन का क्या नाम था? 

उत्तर

मृदुला गर्ग की बड़ी बहन का नाम मंजुल भगत था। मंजुल भगत का मूलनाम 'रानी' था।


प्रश्न 8. मृदुला गर्ग का मूलनाम क्या था? 

उत्तर

मृदुला गर्ग का मूलनाम उमा था।


प्रश्न 9. मृदुला गर्ग के भाई और बहन का नाम लिखिए। 

उत्तर

मृदुला गर्ग की बहन का नाम मंजुल भगत (रानी), चित्रा (गौरी), रेणु और अचला है जबकि भाई का नाम राजीव है।


प्रश्न 10. मृदुला गर्ग का जन्म कब और कहां हुआ था 

उत्तर

मृदुला गर्ग का जन्म 25 अक्टूबर 1938 को कोलकाता में हुआ था।


प्रश्न 11. 'मेरे संग की औरतें' पाठ में परिवार के कितने सदस्य साहित्य रचना करते थे?

उत्तर

मेरे संग की औरतें पाठ में परिवार के कुल चार सदस्य लेखन कार्य या साहित्य रचना करते थे।


प्रश्न 12. मेरे संग की औरतें पाठ में लेखिका की नानी ने अपने अंतिम समय में किससे और क्या वचन लिया? 

उत्तर

मेरे संग की औरतें पाठ में लेखिका की नानी ने पति के मित्र प्यारेलाल शर्मा से यह वचन लिया कि वह उनकी बेटी की शादी किसी स्वतंत्रता सेनानी से करवाएंगे।


प्रश्न 13. 'मेरे संग की औरतें' पाठ का उद्देश्य क्या है ?

उत्तर

'मेरे संग की औरतें' पाठ का उद्देश्य वैचारिक विभिन्नता होते हुए भी पारस्परिक एकता है।


प्रश्न 14. 'मेरे संग की औरतें' की विधा क्या है ? 

उत्तर

'मेरे संग की औरतें' की साहित्यिक विधा संस्मरण है।


प्रश्न 15. मेरे संग की औरतें' पाठ में लेखिका शादी के बाद कहां-कहां रही? 

उत्तर

शादी के बाद लेखिका बिहार के छोटे से कस्बे डालमियानगर में और कर्नाटक के बागलकोट में रही।


प्रश्न 16. 'मेरे संग की औरतें' पाठ में पाँचों बहनों में क्या समानता थी? 

उत्तर

शादी के बाद पाँचों बहनों ने अपने घर को परंपरागत तरीके से नहीं चलाया परंतु परिवार को तोड़ने का भी काम नहीं किया। शादी करने के बाद अंतिम समय तक उसे निभाया।


लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. पाँचों बहनों में क्या बात सामान्य थी ?

उत्तर

पाँचों बहनों में एक बात सामान्य थी। उन्होंने शादी के बाद अपने घर-परिवार को परंपरागत तरीके से नहीं चलाया था, परंतु अपने परिवार को तोड़ा भी नहीं था। एक बार शादी की और उसे निभाया। उनके वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव रहे। बात तलाक तक भी पहुँची, परंतु शादी को टूटने नहीं दिया। लगभग सभी ने अपने-आप को व्यस्त रखने के लिए लिखना आरंभ कर दिया था। उनका विश्वास था कि मर्द बदलने से कोई प्रयोजन सिद्ध नहीं होता। घर के अंदर भी अपने ढंग से जीवन व्यतीत कर लो, वह बहुत है।


प्रश्न 2. लेखिका ने बागलकोट में कैथोलिक बिशप से जब प्राइमरी स्कूल खोलने का आग्रह किया, तो उनका क्या उत्तर था ?

उत्तर

लेखिका ने जब बागलकोट के कैथोलिक बिशप से प्रार्थना की कि वे मिशन और सीमेंट कारखाने की आर्थिक सहायता से वहाँ प्राइमरी स्कूल खुलवा दें, तो उन्होंने कहा कि यहाँ क्रिश्चियन जनसंख्या कम है इसलिए वे स्कूल खोलने में असमर्थ हैं। जब लेखिका ने अपना अनुरोध बार-बार दोहराया तो उन्होंने कहा कि हम कोशिश कर सकते हैं, यदि आप यह विश्वास दिलाएँ कि यह स्कूल अगले सौ वर्षों तक चलेगा। इस पर लेखिका को क्रोध आ गया और उसने कहा कि किसी के संबंध में भी यह विश्वास नहीं दिलाया जा सकता कि वह अगले सौ वर्ष तक चलेगा। इस पर वे भी गुस्से में भरकर बोले कि खुदा का लाख शुक्र है; बच्चों के न पढ़ पाने की समस्या आपकी है, मेरी नहीं।


प्रश्न 3. 'मेरे संग की औरतें' पाठ में लेखिका के परिवार में कौन-कौन किस-किस नाम से साहित्य रचना करता था?

उत्तर

लेखिका के परिवार में उसकी बड़ी बहन रानी 'मंजुल भगत' के नाम से, लेखिका जिसका नाम उमा था 'मृदुला गर्ग के नाम से, सबसे छोटी बहन अचला नाम से, और सबसे छोटा भाई राजीव नाम से साहित्य रचना करते थे। 


प्रश्न 4. 'मेरे संग की औरतें' पाठ में लेखिका आजादी के जश्न में क्यों नहीं शामिल हो सकी? 

उत्तर

देश को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली। चारों तरफ देश की आजादी के जश्न का वातावरण छाया हुआ था। दुर्भाग्य से इसी समय लेखिका टाइफाइड बुखार से ग्रसित थी जिस कारण वह जश्न में शामिल नहीं हो सकी।


प्रश्न 5. क्या सबसे छोटी बहन अचला ने भी अपनी बहनों का अनुसरण किया था ?

उत्तर

सबसे छोटी बहन अचला प्रारंभ से ही पिताजी के विचारों पर चलने वाली लगी थी। पिता की आज्ञा मानकर उसने अर्थशास्त्र और पत्रकारिता की। फिर पिता की पसंद के लड़के से शादी की। परंतु उसका मन घर-परिवार में अधिक नहीं लगा। उसने भी अपनी दोनों बड़ी बहनों की तरह लिखना शुरू कर दिया। वह अंग्रेज़ी में लिखती थी।


प्रश्न 6. 'मेरे संग की औरतें' पाठ का संदेश क्या है ? 

उत्तर

'मेरे संग की औरतें' पाठ का संदेश यह है कि हमें अपने विचारों को महत्व रखते हुए दूसरे के विचारों का भी सम्मान करना चाहिए। किसी दूसरे व्यक्ति की गोपनीय बात को कभी किसी के सामने नहीं कहना चाहिए।


प्रश्न 7. लेखिका और उसकी बहनों में कौन-सी बात एक-सी रही ?

उत्तर

लेखिका और उसकी बहनों में एक बात एक-सी रही थी। सभी बहनों ने अपना घर-बार चाहे परंपरागत ढंग से न चलाया हो परंतु उन्होंने अपने घरों को तोड़ा भी नहीं है। वे मानती हैं कि विवाह एक बार किया जाता है और उसे उन्होंने पूरी तरह से निभाया है। उन सबकी यह मान्यता रही है कि ‘मर्द बदलने से कोई प्रयोजन सिद्ध नहीं होता। घर के भीतर रहते हुए भी, अपनी मर्जी से जी लो, तो काफ़ी है।’


प्रश्न 8. लेखिका की बहन चित्रा का स्वभाव कैसा था ?

उत्तर

लेखिका की बहन चित्रा का स्वभाव भी अलग था। वह जो काम सोच लेती थी, उसे अवश्य पूरा करती थी। वह अपनी पढ़ाई की अपेक्षा दूसरों को पढ़ाने में अधिक दिलचस्पी दिखाती थी। इससे उसके नंबर कम और दूसरों के नंबर अधिक आते थे। उसने शादी अपनी पसंद से की थी। यहाँ तक कि उसने लड़के से भी उसकी पसंद नहीं पूछी। लड़के से साफ कह दिया कि वह उससे शादी करना चाहती है। लड़के ने उसके आगे पहली मुलाकात में हथियार डाल दिए थे। चित्रा भी स्वतंत्र विचारों वाली थी।


प्रश्न 9. लेखिका की माँ कोई भी काम नहीं करती थी, फिर भी सबकी उनके प्रति इतनी श्रद्धा क्यों थी ?

उत्तर

लेखिका के अनुसार उसकी माँ ने कभी भी आम महिलाओं की तरह घर में कोई कार्य नहीं किया था। वह पत्नी, माँ और बहू के किसी भी प्रचारित कर्तव्य का पालन नहीं करती थी। फिर भी परिवार के अन्य सदस्य उन्हें पूरी इज्जत देते थे। इसके दो कारण थे। एक तो वे साहबी खानदान से थीं तथा दूसरा वे कभी भी झूठ नहीं बोलती थीं। वे दूसरों की गोपनीय बातों को किसी पर भी जाहिर नहीं करती थी।


प्रश्न 10. लेखिका के नाना नानी से किस प्रकार भिन्न थे ?

उत्तर

लेखिका की नानी परंपरावादी, अनपढ़ और परदेवाली औरत थी; परंतु उसके नाना ने विलायत से बैरिस्ट्री पढ़ी थी। उन्होंने कैंब्रिज विश्वविद्यालय से डिग्री प्राप्त की थी। विलायत से वापस आने के बाद वे विलायती रीति-रिवाज़ के साथ जिंदगी गुज़ारने लगे थे। वे अंग्रेज़ों के प्रशंसक थे। वे अपनी पैदाइश के कारण हिंदुस्तानी थे, नहीं तो चेहरे-मोहरे, रंग-ढंग, पढ़ाई-लिखाई सबमें अंग्रेज़ लगते थे।


प्रश्न 11. 'मेरे संग की औरतें' पाठ में लेखिका के नाना नानी से किस प्रकार भिन्न थे? 

उत्तर

'मेरे संग की औरतें' पाठ में लेखिका की नानी अनपढ़' पर्दा करने वाली और परंपरावादी औरत थी जबकि लेखिका के नाना विलायत से बैरिस्टरी पढ़कर आए हुए अंग्रेजों के प्रशंसक थे।


प्रश्न 12. लेखिका की बहन रेणु का स्वभाव कैसा था ?

उत्तर 

लेखिका की बहन रेणु का स्वभाव सबसे अलग था। वह अपने काम के लिए किसी को परेशान नहीं करती थी। उसे किसी भी तरह के ऐशो-आराम से परहेज था। उसका स्वभाव बहुत जिद्दी था। घर से कार उसे बस अड्डे पर लेने जाती, तो वह पैदल चलने में विश्वास करती। जिस काम के लिए उसे कहा जाता, वह उसका उल्टा करती थी। उसे पढ़ने के लिए कहा जाता, तो वह पूछती कि पढ़कर क्या मिलेगा, जो अब उसके पास नहीं है। कहने का अभिप्राय है कि वह अपने ढंग से जीवन व्यतीत करने में विश्वास करती थी। उसे दखल पसंद नहीं था। वह सच बोलने में माँ से भी दो कदम आगे थी। अधिकतर लोग उसके सच को मज़ाक समझ लेते थे। वह स्वतंत्र विचारों वाली थी।


प्रश्न 13. लेखिका की नानी ने किससे क्या वचन लिया और क्यों ?

उत्तर

लेखिका की नानी ने अपने पति के मित्र स्वतंत्रता सेनानी प्यारेलाल शर्मा से यह वचन लिया कि वे उनकी इकलौती बेटी का विवाह किसी उन जैसे स्वतंत्रता सेनानी से करवा देंगे, क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि उसकी बेटी का विवाह साहबों के किसी आज्ञाकारी व्यक्ति से हो।


प्रश्न 14. जिस लड़के से लेखिका की माँ का विवाह हुआ, वह कौन था ?

उत्तर

लेखिका की माँ का विवाह जिस लड़के से हुआ था, वह बहुत पढ़ा-लिखा तथा होनहार था। आर्थिक दृष्टि से उसके पास कोई पुश्तैनी जायदाद अथवा जमा पूँजी नहीं थी। वह गांधीवादी था और खादी पहनता था। आज़ादी के आंदोलनों में भाग लेने के कारण उसे आई० सी० एस० की परीक्षा में बैठने से रोक दिया गया था।


प्रश्न 15. लेखिका आज़ादी का पहला जश्न देखने क्यों नहीं जा सकी ?

उत्तर

15 अगस्त, सन् 1947 को देश को आज़ादी मिली थी। चारों ओर आनंद का वातावरण था। सभी लोग आज़ादी का जश्न मना रहे थे। परंतु लेखिका बीमार थी। उसे टायफाइड हो गया था। उसका घर से निकलना बंद था। उसके रोने का किसी पर भी प्रभाव नहीं पड़ा। उसे और उसके पिताजी को छोड़कर सभी लोग आज़ादी का जश्न देखने चले गए। इस बात का लेखिका को बहुत दुःख था।


प्रश्न 16. लेखिका को कौन-सा पहला उपन्यास पढ़ने को मिला था और उसका लेखिका पर क्या प्रभाव पड़ा ?

उत्तर

लेखिका आज़ादी के जश्न में नहीं गई थी। उसके पिताजी ने उसे पढ़ने के लिए ‘ब्रदर्स कारामजोव’ का उपन्यास दिया। उस समय उसकी आयु नौ वर्ष थी। उस समय लेखिका को वह उपन्यास समझ में नहीं आया था। लेकिन उसका एक अध्याय जो बच्चों पर होने वाले अनाचार अत्याचार का था, वह उसे कंठस्थ हो गया था। उसका लेखिका पर इतना प्रभाव था कि वह उम्र के हर पड़ाव में उनके साथ रहा तथा उनकी लेखनी को प्रभावित करता रहा।


प्रश्न 17. जिस लड़के से लेखिका के माँ का विवाह हुआ वह कौन था? 

उत्तर

जिस लड़के से लेखिका के माँ का विवाह हुआ वह पढ़ा-लिखा तथा होनहार था आर्थिक दृष्टि से बहुत सम्पन्न नहीं था। स्वतन्त्रता आंदोलन में भाग लेने के कारण आई.सी.एस. की परीक्षा मे नहीं बैठने दिया गया।


प्रश्न 18. लेखिका की माँ आम भारतीय महिलाओं से कैसे भिन्न थी ?

उत्तर

लेखिका की माँ आम भारतीय महिलाओं की तरह नहीं थी। उन्हें घरेलू काम करने की आदत नहीं थी। उन्होंने कभी भी लेखिका और उसके अन्य भाई-बहनों से लाड़-दुलार नहीं किया। उन्होंने कभी अपने बच्चों के लिए खाना नहीं बनाया और न ही अपनी बेटियों को अच्छी पत्नी, माँ और बहू बनने की सीख दी। उन्हें घर-परिवार सँभालने की आदत नहीं थी। उनका ज्यादा समय किताबें पढ़ने, संगीत सुनने और साहित्यिक चर्चा में व्यतीत होता था। उन्होंने कभी भी किसी के काम में हस्तक्षेप नहीं किया था। इस प्रकार वे आम महिलाओं से बिल्कुल अलग थी।


प्रश्न 19. लेखिका के परिवार में कौन-कौन किस-किस नाम से लिखता है ?

उत्तर

लेखिका के परिवार में उसकी बड़ी बहन रानी ‘मंजुल भगत’ के नाम से लिखती हैं। उन्होंने अपने विवाह के बाद लिखना आरंभ किया था, इसलिए अपना नाम बदलकर पति का ग्रहण किया। लेखिका का घर का नाम ही उमा था। उसने भी शादी के बाद लिखना शुरू किया और अपना नाम मृदुला गर्ग रख लिया। सबसे छोटी बहन अचला ने अपने नाम से लिखा, परंतु वह अंग्रेजी में लिखती है। लेखिका का छोटा भाई राजीव भी लिखता है, लेकिन वह हिंदी में ही लिखता है। इस प्रकार लेखिका के परिवार के चार सदस्य लिखते हैं।


प्रश्न 20. लेखिका की परदादी का तार भगवान से कैसे जुड़ा हुआ था ?

उत्तर

लेखिका की परदादी बहुत ही धार्मिक विचारों की महिला थी तथा उसका जीवन अत्यंत सीधा-सादा था। नकुड़ गाँव के लोगों की मान्यता थी कि उनका भगवान के साथ सीधा तार जुड़ा है, इधर वे तार खींचती और उधर उनकी मुराद पूरी हो जाती थी। उन्होंने जब पतोहू की पहली संतान लड़की माँगी, तो भगवान ने उनकी इच्छा पूरी करते हुए पतोहू को एक नहीं बल्कि पाँच लड़कियाँ दे दी थीं। परदादी की हर इच्छा को भगवान पूरी कर देते थे, इसलिए उनके तार भगवान से जुड़े हुए माने जाते थे।

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