The Story of My Life Ch 13 Summary in Hindi Class 10th- पाठ 13 का सार और शब्दार्थ

सार

1890 के वसंत में हेलेन ने बोलना सीखा। सुनाई देने की क्षमता के खत्म होने के बाद उसने बोलना भी बंद कर दिया था। जब वह माँ की गोद में थी तब वह अपने हाथों को चेहरे पर घुमाती थी ताकि वह यह पता कर सके कि किस तरह उसके होठ घूमते हैं। वह स्वरतंत्री के व्यायाम के लिए आवाज निकालती थी बोलने के लिए नहीं। उसे अपने द्वारा बोल गया पहला शब्द भी याद जो 'water' था। अपनी शिक्षिका की मदद से उसने हाथों से संवाद करने का अभ्यास किया लेकिन वह इससे संतुष्ट नहीं थी और वह बोलने को बेकरार थी।

1890 में, मिसेज लैमसन जो पर्किंस इंस्टीट्यूट की शिक्षिका थीं हेलेन को देखने आई थीं और उसे एक अंधी और बहरी लड़की, रेगनहिल्ड के बारे में बताया जो बोलना सीख गई थी। इस कहानी ने हेलेन में नई आशा संचार किया और उसने भी बोलने का संकल्प लिया। मिस सलीवन हेलेन को लेकर सलाह और सहायता के लिए मिसेज सराह फुलर जो होरेस मैन स्कूल की प्रधानध्यापिका थीं।

मिसेज फुलर एक मधुर स्वाभाव की महिला थीं। उन्होंने हेलेन को मार्च 1980 में सिखाना शुरू किया। वह हेलेन को हाथों को अपने चेहरे के हल्के पास ले जाती थीं और उसे बोलते वक्त अपने होठों और जीभ की स्थिति महसूस करवाती थीं। लंबे अभ्यास के बाद हेलेन के एक वाक्य 'It is warm' बोला। उसके अक्षर टूटे हुए थे परन्तु वह एक मानव की आवाज थी। मिस फुलर ने उसे को कुल 11 पाठ पढ़ाए।

हेलेन ने मिस सलीवन के साथ अभ्यास करना जारी रखा। उसकी शिक्षिका शब्दों के गलत उच्चारण पर ध्यान देती थीं। कभी-कभी हेलेन निराश हो जाती थी परन्तु कुछ ही क्षण में निराशा से बाहर हो जाती थी।

आखिरकार उसके लिए सबसे खुशी का दिन आ गया था। उसने खुद से वाक्य बनाना शुरू कर दिया था। हेलेन टस्कम्बिया रेलवे स्टेशन पहुँची। जब वह बोलेगी तब उसके परिवार को कितनी खुशी होगी, उसके बारे में सोच रही थी।

शब्दार्थ

• impulse - लालसा
• imperative - अनिवार्य
• vexing - अप्रिय
• pierces - आर-पार
• persisted - कायम
• fluttered up - धीरे या तेजी से चलना
• perservance - दृढ़ता
• intimate - नक़ल करना
• articulate - स्पष्ट
• contend - संघर्ष करना
• spurred - प्रेरित
• ecstatically - उन्मादपूर्ण
• despondent - हताश
• impede - बाधा डालना
• prophecy - भविष्यवाणी

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