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The Story of My Life Ch 5 Summary in Hindi Class 10th- पाठ 6 का सार और शब्दार्थ

सार

इस अध्याय में हेलेन ने 1887 की गर्मियों का विवरण प्रस्तुत किया है। वह हाथों के द्वारा नयी वस्तुओं का पता लगाना जारी रखा। उसने कई वस्तुओं का नाम जाना। दुनिया के बारे में उसकी समझ दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही थी।

उसकी शिक्षिका उसे टेनेसी नदी के किनारे पर ले गईं। वहाँ हेलेन ने प्रकृति के बारे में पहली बार जाना। उसने सूर्योदय कैसे होता है, वर्षा पौधों के उगने में सहायक है, कैसे चिड़ियाँ अपना घोंसला बनाती हैं, जानवर कैसे अपना भोजन प्राप्त करते हैं के बारे में जाना। उसने प्रकृति की सुंदरता को महसूस किया।

एक दिन टहलते समय दोनों पेड़ के नीचे रुक गए जो उनके घर से कुछ दूरी पर था। हेलेन अपनी शिक्षिका की मदद से पेड़ पर चढ़ गई। दोनों ने वहाँ दोपहर का भोजन करने निर्णय लिया इसलिए मिस सलीवन भोजन लाने घर चलीं गईं। अचानक मौसम बदल गया और आँधी तूफान आ गया जिससे हेलेन डर गई। पेड़ इधर-उधर झूमने लगे। उसे डर लगने लगा कि कहीं वह गिर ना जाए परन्तु जल्दी ही मिस सलीवन ने वहाँ पहुँचकर उसे नीचे उतरने मदद की। इस बार हेलेन को प्रकृति को दूसरे रूप का पता चला जो सुंदर नहीं था। प्रकृति नाशक भी हो सकती है।

इस अनुभव के बाद, उसे दोबारा पेड़ पर बहुत दिन बाद चढ़ा। एक दिन वह मिमोसा पेड़ की गंध से आकर्षित हो गई। वह उस पर चढ़ कर ऊपर चढ़ती गई जब तक उसे बैठने के लिए सीट नहीं दिखी जो पहले किसी ने उस पेड़ पर बनाया था। उसने वहाँ खुशी के ढेर सार क्षण बिताए।

शब्दार्थ

kinship - रिश्तेदारी
• beneficence - उपकार
• peer - साथी
• ramble - घूमना
• sultry - गर्म और बेहवा
• immense - अत्यधिक
• enfolded - घेरना
• sinister - भयावह
• multitudinous - बहुसंख्यक
• swayed - हटना
• strained - तनाव
• fork - कांटा
• intermittent - रुक-रुक कर
• jarring - विवाद
• treacherous - खतरनाक 
• allurement - लालच
• subtle - सूक्ष्म
• instinctively - सहज
• exquisitely - नज़ाकत से 
• irresolute - ढुलमुल


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